Rekha from Umrao Jaan (not quite Lahore...) |
मैं उनकी सोच नहीं समझती हुँ। शायद वेश्यावृत्ति "आसान" हो- यह स्पष्ट रूप से गलत है और वेश्यावृत्ति में औरत शक्तिहीन हैं। नृत्य से औरत को कुछ शक्ति मिलती है- वह नृत्य करना चुनती है, आदमी उसकी कला और सुंदरता कि सराहना करते हैं, और इस तरह औरतें नृत्य से पैसे कमा सकती हैं। मुझे सोचती हुँ कि नृत्यांगना का जिवन आसान नहीं होता, लेकिन नृत्य से औरत अपनी कला, आवाज़ और कौशल से सराकहना सकती है। नृत्य कला है। वेश्यावृत्ति में कोई इज्जत नहीं हैं। औरतों के लिये, लाहौर के लिये, और कला के लिये यह बड़ी नुकसानी है।